सनीचर राहू और केतू को पापी माना है जो आदतन बुराई करने वाले हैं लेकिन कुछ खास हालात में तीनों ही ग्रह बुरा ना करने का हल्फ (कसम) उठाए होते हैं और बुराई छोड़ देते हैं ।
राहू और केतू माता चंदर घर मौजूदगी में बुरा ना करने का कसम उठाए होते हैं और सनीचर खाना नंबर-11 में गुरु बृहस्पति के घर / मौजूदगी में बुराई छोड़ने की कसम लेता है ।
राहू और केतू खाना नंबर -4 में या चंदर के साथ कहीं भी और सनीचर खाना नंबर -11 में या बृहस्पति के साथ कहीं भी हो तो बुरा ना करने की कसम उठाए होते हैं ।
धरमी ग्रह या फिर धरमी टेवे वाले को अपने चरित्न और सनीचर की मन्दी चीजों से दूर रहना एक शर्त होगी ।